> '/> IPC की धारा 496 क्या है? IPC ki dhara 496 kya hai ?

IPC की धारा 496 क्या है? IPC ki dhara 496 kya hai ?

 IPC की धारा 496 क्या है? -


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 You are welcome once, your own website, today we will talk about IPC section 496 of the Indian penal court. What is it? It gives citizens rights to cones.


दंड संहिता 1860 की धारा 496 के बारे में क्या कहती है यह धारा और सारा केस क्या अपराध होते हैं और उसमें कितनी सजा का प्रावधान किया गया है सब कुछ जानेगे ,



दंड संहिता 1860 की धारा 496 के बारे में क्या कहती है यह धारा और सारा केस क्या अपराध होते हैं और उसमें कितनी सजा का प्रावधान किया गया है सब कुछ जानेगे ,  


धारा 496 -


दोस्तों यह तो सभी जानते हैं कि शारीरिक संबंध बनाने के लिए झूठी शादी करना गंभीर अपराध है बिग बॉस पर परिवार के दबाव में आकर उनकी मर्जी में दिखावे में शादी कर लेता है भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 496 की डेफिनेशन की बात करें तो अगर कोई व्यक्ति कपट पूर्वक तरीके से ऐसी शादी हो जाती है जो कि रीति-रिवाजों या कानून के तौर पर अवैध है ऐसा करने वाला व्यक्ति IPC की धारा 496  सिर्फ शादी हो जाने से अपराध घटित हो जाता है लेकिन आईपीसी की धारा 493 में शादी के बाद शारीरिक संबंध बनाना और शोषण करना जरूरी होता है|


सजा का प्रावधान -


 भारतीय दंड संहिता 1860 फिजिक्स में अगर सजा की बात करें तो इस तरह के अपराध किसी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते हैं यह अपराध संख्या और जमानती अपराध होते हैं इनकी सुनवाई कार्य के बस की बात करें तो इस अपराध में दोषी पति या पत्नी को 7 साल का कारावास और जुर्माने से दंडित किया जाता है दूसरा विवाह नकली या दिखावे के लिए कपट पूर्वक या बेईमानी के नियत से किया गया हो वह उसके खिलाफ उस व्यक्ति के द्वारा शिकायत की जाएगी जिसके साथ धोखा हुआ है ना कि पति या पत्नी के पहले पति या फिर पत्नी के द्वारा तो |


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