> '/> लोन कैसे लेते हैं? loan kaise lete hai?

लोन कैसे लेते हैं? loan kaise lete hai?

 लोन कैसे लेते हैं? -


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 You are welcome once, your own website, today we will talk about how to take a loan in India . About, The procedure for take a loan . By sharimllb What is it? It gives citizens rights to cones.


किस चीज को खरीदने के लिए या बिजनेस को बढ़ाने के लिए बैंक से या किसी फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट से हेल्प लेने को लोन या कर्जा कहा जाता है नमस्कार दोस्तों मैं हूँ शारिम खान आज हम बात करेंगे इंडिया में कितने प्रकार के लोन दिए जाते हैं और वह कैसे मिल पाएंगे |



किस चीज को खरीदने के लिए या बिजनेस को बढ़ाने के लिए बैंक से या किसी फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट से हेल्प लेने को लोन या कर्जा कहा जाता है Hello दोस्तों मैं हूँ शारिम खान आज हम बात करेंगे इंडिया में कितने प्रकार के लोन दिए जाते हैं और वह कैसे मिल पाएंगे |

पैसे लौटाने का 3 टर्म टाईम (tarm time) होते हैं

1 शार्ट टाइम तक जिसमें 1 साल से 3 साल तक लोन लौटना पड़ता है |

2 मीडियम टाइप इसमें 3 साल से 5 साल तक का समय मिलता है |

3 लोंग टाइम इसमें 3 से 5 साल साल या उससे अधिक का समय मिलता हैं |


लोन निम्न प्रकार के होते हैं |


1. पर्सनल लोन (personal loan) -

पर्सनल लोन या फिर गए समानअर्थी लोन का मतलब होता है उसके लिए लिया हुआ लोन वैसे तो लोन सब कामों के लिए लोन लेना होता है जैसे कि बच्चों की स्कूल फीस भरनी हो किसी का इलाज कराना हो किसी को महंगी गिफ्ट देनी हो या फिर घर का कोई सामान वगैरा लेने पर ब्याज दर तय होती है जैसे आज की डेट में पर्सनल लोन के लिए एचडीएफसी बैंक 10% से लेकर 20% तक सालाना इंटरेस्ट वसूल रहा है यह भी जानना जरूरी है कि पर्सनल लोन की ब्याज दर दूसरे लोन के मुकाबले में ज्यादा होती है वैसे बैंक आपको पर्सनल लोन दे दे सारा डॉक्यूमेंट नहीं मांगते हैं वह बस आपकी सैलरी देते हैं और देते हैं| 


2. गोल्ड लोन (Gold loan) -


ऐसे लोन के लिऐ गोल्ड को बैंक के लॉकर में रखना पड़ता है इस तरह के लोन आपको जमा किए गए गोल्ड के प्राइस पर मिलते हैं | इस लोन पर लिया जाने वाला ब्याज दर पर्सनल लोन की तुलना में काफी कम होता है आज की डेट में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया गोल्ड लोन पर 11% सालाना इंटरेस्ट बोल रहा है जबकि एचडीएफसी बैंक 10% ले रहा है|



3.सिक्योरिटी के बदले में लोन (security loan) -


सिक्योरिटी के बदले में लोन मगर सवाल यह उठता है कि सिक्योरिटी पेपर क्या होते हैं अगर आपने निमाड़ शेयर फ्यूचर इंश्योरेंस स्कीम ऑन में पहले से ही नष्ट किया हुआ है तो यही आपके सिक्योरिटी पेपर सोते हैं जिसके बदले में बैंक आपको लोन दे देता है इन पेपर की वैल्यू होती है आप अगर लोन चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं बैंक में गिरवी रख सकते हैं बैंक आपको आपके पेपर के आधार पर ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी देता है और इसका मतलब होता है कि जितने पैसे आपके अकाउंट में है उससे ज्यादा पैसे निकालने की सुविधा मिलती हैं यह से ज्यादा 15 साल तक मिल सकता है आमतौर पर प्रॉपर्टी की कीमत होती है उसका 40 परसेंट मिल जाता है |


4. होम लोन ( Home loan) -


आप सिर्फ घर पर बनाने के लिए लोन नहीं लेते हैं बल्कि आप घर बनाने की कीमत मकान का रजिस्ट्रेशन स्टांप ड्यूटी वगैरा के खर्चे को छोड़कर बैंक से लोन ले सकते हैं बाकी पैसों का जुगाड़ घर बनाने के लिए आप लोग खुद ही करना होता है मान लीजिए कि आपने प्लॉट के लिए लोन लिया जिसकी कीमत 5400000 है तो आप बैंक को सिर्फ छह लाख का 30% यानी ₹180000 देंगे और बाकी की रकम चुका है लीगल फीस असेसमेंट फीस वगैरा वगैरा होता है |


5.एजुकेशन लोन (Eduction loan) -


हर स्टूडेंट के नसीब में नहीं होता है कि वह मनचाहे पढ़ाई कर पाए वहां जाकर पढ़ाई करने के बारे में सोचना काफी मुश्किल काम है ऐसी सिचुएशन में वह बैंक से एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई कर सकता है बैंक एजुकेशन लोन देने से पहले या मैसेज बैंक से करते हैं या तो लिखा जाता है कैंपस सिलेक्शन का रेशियो क्या है यह सब देखकर ही बैंक लोन को अप्रूव कर दी है पढ़ाई खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स ने पेमेंट कर सकता है एजुकेशन लोन लेने के लिए एक गारन्टर की गारन्टी की भी जरूरत पड़ती है गारंटी लोन लेने वाले के रिश्तेदार भी हो सकते हैं|


6.कार खरीदने के लिए लोन -


कार खरीदने के लिए लोन लेने के लिये आम  तौर पर आते रहते हैं रैन्ट का मतलब होता है इंटरेस्ट रेट जब आप लोन ले रहे होते हैं तो उस समय जो ब्याज दर लागू होती है वही ब्याज दर पूरे लोन को चुकाने तक लागू रहती है | और आपसे पूछा जाता है कि आप लोटिंग रेट पर लोन लेना चाहते हैं जब तक लोन का पूरा पेमेंट नहीं हो जाता है तब तक कार पर मालिकाना अधिकार लोन देने वाले बैंक का ही होता है आपको बैंक में अपनी सैलरी स्लिप और पिछले 2 या 3 साल का इनकम टैक्स रिटर्न जमा करना पड़ सकता है इसके अलावा कोई आईडी प्रूफ जमा करना पढ़ता है|


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