> '/> ipc कि धारा 444, 446 क्या है? ipc dhara 446,444 in hindi.

ipc कि धारा 444, 446 क्या है? ipc dhara 446,444 in hindi.

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 You are welcome once, your own website, today we will talk about IPC section 444,446,456 of the Indian penal court. What is it? It gives citizens rights to cones.



ipc कि धारा 444, 446 क्या है


ipc कि धारा 444, 446 क्या है? ipc dhara 446,444 in hindi -



 आज हम बात करने वाले हैं कि रात के समय अगर कोई किसी के घर में चोरी छुपे घुसता है तो किस धारा के तहत अपराध माना जाएगा 

धारा 446 - 

हम जानेंगे इन धाराओं के बारे में दोस्तों अकसर आपने देखा होगा कि कोई व्यक्ति रात के समय चोरी से किसी भी व्यक्ति के घर में घुस जाता है और फिर भी अनुचित काम करने लग जाते हैं जो कि एक दंडनीय अपराध होता है दोस्तों किसी के घर में जबरदस्ती घुसने और किसी के घर में चोरी छुपे यह दोनों ही अलग-अलग बातें हैं| 


धारा 444 -

 घर में घुसके चोरी -

 किसी के घर में चोर आते हैं तो कौन सी धारा होती है इसके लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 444 आईपीसी की धारा पता है और उसके घर में अतिचार करता है अनियमितता फैलाता है तो वह व्यक्ति जो ऐसा काम करता है वह इस धारा यानी कि आईपीसी की धारा 444 के तहत जिम्मेदार ठहराया जाएगा वहीं आईपीसी की धारा 444 यह कहती है कि अगर कोई व्यक्ति रात के समय दीवार खिड़की गेट का ताला तोड़कर घर में घुस जाता है तो वह व्यक्ति इस धारा के अंतर्गत यानी कि आईपीसी की धारा 444 के अंतर्गत दोषी पाया जाएगा |


धारा 456 -

व्यक्ति को रात के समय मात्र से दोषी माना जाता है और इनका उद्देश्य घर में जाकर आना होता है इनकी प्रोविजन की बात करें तो दोनों धाराओं के अपराध के लिए धन का प्रोविजन धारा 456 में दिया गया है इस तरह के अपराध संख्या और आज अमानवीय अपराध होते हैं और किसी भी मजिस्ट्रेट के द्वारा सुनवाई योग्य हो सकते हैं सजा की बात करें तो दोनों अपराध के लिए 3 साल का कारावास और जुर्माने से दंडित किया जा सकता है और एग्जांपल सम्राट वर्सेस कैलाश चंद्र चक्रवर्ती केस में आरोपी जो कि एक अजनबी था बिना किसी निमंत्रण के या फिर अधिकार के रात के समय किसी महिला के बेडरूम में घुस गया कोर्ट ने यह निश्चित किया कि उस परिस्थिति में यह अवधारणा की जा सकती है कि आरोपी ने धारा 456 में अपराध के लिए रात में चोरी से आकर किया और अनुचित काम किया है |


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