साधारण दुर्घटना -
यदि आपसे कोई साधारण दुर्घटना हो जाती है या आप पर कोई झूठी दुर्घटना का आरोप लगाकर आपके खिलाफ झूठा केस लिखवा दिया जाता है ,तो ऐसे समय पर आपको घबराने की कोई जरुरत नही है ,क्योकि प्रत्येक व्यक्ति कभी न कभी किसी दुर्घटना में फंस ही जाता है , देखिये यहाँ पर साधारण दुर्घटना से तात्पर्य है की किसी कार या कोई अन्य वाहन चलाते समय कोई साधारण दुर्घटना हो जाती है ऐसे समय पर पुलिस आपके के खिलाफ निम्नलिखित IPC की धाराओ में के दर्ज करती है |-
IPC की धारा 279 क्या है ?
एक सार्वजनिक रास्ते पर जल्दबाजी या लापरवाही से वाहन चलाना जिसमे मानव जीवन को संकट आदि सम्भाव्य हो | ऐसे समय पर धारा 279 का केस आपके खिलाफ दर्ज किया जाता है |
इस धारा के अंतर्गत 6 वर्ष का कारावास या 1000 रु. का आर्थिक दंड या दोनों |
यह एक जमानती अपराध है |
यह अपराध समझोता करने योग्य नही है |
IPC की धारा 338 क्या है ?
किसी कार्य द्वारा ,जिससे मानव जीवन को या किसी की व्यक्तिगत सुरछा को खतरा हो या गंभीर चोट पहुंचना कारित करना हो इस धारा के अंतर्गत 2 वर्ष कारावास या 1000 रु. आर्थिक दंड या दोनों |
यह एक जमानती अपराध है और किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है|
यह अपराध न्यायालय की अनुमति से पीड़ित व्यक्ति द्वारा समझोता करने योग्य है |
पुलिस की कारवाही _
जब पुलिस किसी की NCR कटती है तो उसपे अधिक कारवाही नही करती है ऐसे समय में वादी यानि जो NCR दर्ज करवाता है वो कोर्ट जाकर ,कोर्ट में NCR न. से एक (APPLICTION ) प्रार्थनापत्र देगा ,जिससे की फिर पुलिस को कारवाही करनी पड़ेगी| कारवाही के दौरान आपको पुलिस गिरफ्तार नही कर सकती , लेकिन पुलिस पूछ - तांछ के लिए आपको थाने या चौकी पुलवा सकती है और आपके घर भी आ सकती है |
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