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क्या ताश खेलना अपराध हो सकता है ? -
दोस्तो आज हम बात करने वाले हैं सुप्रीम कोर्ट के एक लेटेस्ट जजमेंट के बारे में सुप्रीम कोर्ट के सामने एक सवाल था कि क्या ताश खेलना अपराध हो सकता है या फिर नहीं
जुआ खेलने से रिलेटेड एक अपराध का मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने आया कि सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया याचिका में सवाल उठाया था कि अधिनियम के तहत ताश खेलने के लिए दूसरे व्यक्ति को ऐसा कहा जाता है कि नैतिक पतन के बराबर है|
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर की गई याचिका में जस्टिस संजय किशन कौल ग्वालियर हाई कोर्ट की एक बेंच के आदेश को रद्द किया गया था जिसमें याचिकाकर्ता को पुलिस कांस्टेबल पद की उम्मीदवारी के लिए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया गया था आरोप यह था कि याचिकाकर्ता ने कॉलोनी में ताश खेलने के कारण अधिनियम के सेक्शन 13 के तहत दोषी ठहराया गया है इसलिए स्क्रीनिंग कमेटी ने कहा कि वह पुलिस कांस्टेबल की नौकरी के लिए फिट नहीं बैठता और यह भी कहा था कि इस तरह के उम्मीदवार को भर्ती न करने का फैसला नियोक्ता के अपने विवेक पर है|
स्टेट ऑफ़ मध्य प्रदेश वर्सेस अभिजीत सिंह -
बेंच ने कहा कि स्टेट ऑफ़ मध्य प्रदेश वर्सेस अभिजीत सिंह पवार में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए फैसले के मद्देनजर सिंगल बेंच के फैसले को बरकरार नहीं रखा जा सकता अभिजीत सिंह पवार के मामले में सुप्रीम वीरवार को नौकरी पर रखे या फिर ना रखें तोमर की तरफ से पेश की गई स्पेशल याचिका में यह कहा गया था कि सेक्शन 13 के तहत अपराध का उल्लेख याचिका में यह कहा गया था कि हां दरोगा की वह वीरवार को नौकरी पर रखे या फिर ना रखें तोमर की तरफ से पेश की गई स्पेशल याचिका में यह कहा गया था कि सेक्शन 13 के तहत अपराध का उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन इसे केवल अपराधों के उदाहरण के रूप में देखा गया है और यह पूरी तरह से अपराध नहीं है इसलिए इस केस में नोटिस जारी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अभिजीत सिंह पवार में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए फैसले को मद्देनजर रखते हुए सिंगल बेंच के फैसले को बरकरार नहीं रखा जा सकता|
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